Kusum Sarovar Govardhan – History, Timings, Photos & Distance

Kusum Sarovar Govardhan (कुसुम सरोवर गोवर्धन) मथुरा जिले का एक अत्यंत पवित्र और मनमोहक तीर्थ स्थल है। यह स्थान न केवल अपनी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इसके हर कोने में राधा-कृष्ण की दिव्य लीलाओं की गूंज सुनाई देती है।
गोवर्धन परिक्रमा मार्ग पर स्थित यह सरोवर Radha Kund और Mansi Ganga के बीच पड़ता है। इसके चारों ओर लाल बलुआ पत्थर से निर्मित भव्य घाट, छतरियाँ और स्थापत्य कला हर आगंतुक को मंत्रमुग्ध कर देती हैं।

Kusum Sarovar Govardhan

🌸 Kusum Sarovar Govardhan नाम का अर्थ और पौराणिक कथा – Kusum Sarovar History

‘Kusum’ शब्द का अर्थ होता है “फूल”। प्राचीन काल में यह स्थान Kusum Van के नाम से प्रसिद्ध था जहाँ श्री राधा रानी अपनी सखियों के साथ पुष्प तोड़ने आती थीं। यही फूल वे श्रीकृष्ण की पूजा में अर्पित करती थीं।
कहा जाता है कि यहीं पर राधा-कृष्ण की अनेक प्रेम लीलाएँ (leelas) संपन्न हुईं। इसलिए इस सरोवर का नाम पड़ा – Kusum Sarovar

इतिहास की दृष्टि से देखा जाए तो 18वीं शताब्दी में भरतपुर के महाराजा जवाहर सिंह ने इस स्थल का जीर्णोद्धार कराया और यहाँ लाल बलुआ पत्थर से बने घाट एवं छतरियाँ बनवाईं।
इन छतरियों के भीतर राजा सूरजमल, रानी किशोरी तथा अन्य राजपरिवार के सदस्यों की समाधियाँ हैं। छतरियों की दीवारों पर बनीं कृष्ण लीलाओं की चित्रकृतियाँ (murals) इस स्थल को और भी भव्य बनाती हैं।

🏛️ स्थापत्य सौंदर्य और दृश्य आकर्षण – Kusum Sarovar Photos

Kusum Sarovar की खूबसूरती शब्दों में बयान करना कठिन है।

  • सरोवर की लंबाई लगभग 450 फीट और गहराई 60 फीट है।
  • चारों ओर बने सीढ़ीनुमा घाट और उनके ऊपर सजी हुई राजस्थानी शैली की chhatris इसे एक अद्भुत दृश्य प्रदान करती हैं।
  • शाम के समय जब सूर्य अस्त होता है, तो सरोवर के जल में पड़ती सुनहरी परछाईं (sunset reflection) ऐसा दृश्य बनाती है मानो स्वयं राधा-कृष्ण विराजमान हों।

यह स्थान photographers और भक्तों दोनों के लिए अत्यंत प्रिय है। यदि आप “Kusum Sarovar Photos” या “Kusum Sarovar Govardhan Photos” खोजते हैं, तो आपको यहाँ के मनमोहक दृश्य अवश्य देखने को मिलेंगे।

🕰️ Kusum Sarovar Timings – दर्शन के समय

भक्त और पर्यटक यहाँ पूरे दिन आ सकते हैं, लेकिन मुख्य रूप से इस स्थान पर भीड़ सुबह और शाम के समय होती है।

  • Morning Timing: 5:00 AM से 12:00 PM तक
  • Evening Timing: 4:00 PM से 9:00 PM तक

सुबह के समय यहाँ की हवा अत्यंत शांत और पवित्र महसूस होती है। वहीं शाम के वक्त जब chhatris की छाया पानी में झलकती है, तो वातावरण पूरी तरह दिव्य हो जाता है।
रात के समय (Kusum Sarovar Night View) में हल्की रोशनी और शांत वातावरण ध्यान और भक्ति के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।

📿 आध्यात्मिक महत्व – Kusum Sarovar Govardhan का धार्मिक महत्व

कहा जाता है कि Govardhan Parikrama करने वाले श्रद्धालु यहाँ आकर स्नान करते हैं और श्री राधा-कृष्ण से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
पुराणों में वर्णन है कि इस सरोवर में स्नान करने से पापों का नाश होता है और भक्ति में सिद्धि प्राप्त होती है।

यह स्थान केवल एक तीर्थ ही नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव है — जहाँ हर भक्त राधा-कृष्ण के प्रेम में खो जाता है।

🛣️ Kusum Sarovar Distance & Direction – दूरी और पहुँचने का मार्ग

कुसुम सरोवर, मथुरा जिले के गोवर्धन कस्बे में स्थित है। यहाँ पहुँचने के कई मार्ग हैं — चाहे आप Mathura, Vrindavan या Barsana से आएँ।

स्थानKusum Sarovar से दूरीमार्ग
Mathura to Kusum Sarovar Distanceलगभग 23 किलोमीटरNH19 / गोवर्धन रोड
Vrindavan to Kusum Sarovar Distanceलगभग 26 किलोमीटरवृंदावन-गोवर्धन मार्ग
Radha Kund to Kusum Sarovar Distanceलगभग 2 किलोमीटरपरिक्रमा मार्ग से पैदल
Barsana to Kusum Sarovar Distanceलगभग 21 किलोमीटरनंदगाँव होकर
Kusum Sarovar to Prem Mandir Distanceलगभग 25 किलोमीटरवृंदावन रोड से

📍 Location: Govardhan, Mathura, Uttar Pradesh
🧭 Google Search Tip:Kusum Sarovar Direction” टाइप करें – सही मार्ग तुरंत मिल जाएगा।

🚗 कैसे पहुँचे (How to Reach Kusum Sarovar Mathura)

  • Nearest Railway Station: Mathura Junction (23 km)
  • Nearest Bus Stand: Govardhan
  • Nearest Airport: Agra Airport (लगभग 70 km)

यहाँ तक टैक्सी, ऑटो या ई-रिक्शा से आसानी से पहुँचा जा सकता है। Vrindavan और Barsana से भी सीधा मार्ग उपलब्ध है।

🌅 घूमने का सही समय – Best Time to Visit Kusum Sarovar Govardhan

कुसुम सरोवर की यात्रा के लिए अक्टूबर से मार्च का समय सबसे उत्तम माना जाता है।

  • इस दौरान मौसम सुहावना रहता है।
  • Kartik Month, Govardhan Puja, और Radha Ashtami जैसे त्योहारों पर यहाँ हजारों भक्त पहुँचते हैं।
  • Sunset View यहाँ की सबसे बड़ी विशेषता है – जब पूरा आकाश सुनहरी आभा में रंग जाता है।

🪔 Kusum Sarovar Govardhan के पास के प्रमुख स्थल – Nearby Attractions

Kusum Sarovar Govardhan के आसपास कई अन्य पवित्र स्थान हैं जिन्हें अवश्य देखना चाहिए –

  • Radha Kund – 2 km
  • Shyam Kund – 2 km
  • Mansi Ganga – 4 km
  • Poonchri Ka Lotha Temple – 5 km
  • Govardhan Parvat (Hill) – 1 km
  • Prem Mandir Vrindavan – 25 km

इन सभी स्थानों को मिलाकर पूरी Govardhan Yatra का आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त होता है।

🌼 Kusum Sarovar’s Barsana Connection

Barsana और Kusum Sarovar दोनों ही Radha Rani की लीलाओं से जुड़े हुए हैं। Barsana में उनका जन्मस्थान है जबकि Kusum Sarovar वह स्थान है जहाँ वे कृष्ण के लिए फूल तोड़ने आती थीं।
इसलिए कई भक्त Barsana दर्शन के बाद Kusum Sarovar Govardhan अवश्य आते हैं।

🌃 Kusum Sarovar Govardhan Night View – चाँदनी रात की अद्भुत झलक

रात के समय जब Kusum Sarovar के चारों ओर शांति छा जाती है और जल में चाँद की परछाईं लहराती है, तो यह दृश्य मन को मोह लेता है।
भक्तजन अक्सर यहाँ जप, ध्यान और भजन करते हैं।
Kusum Sarovar Night की छवि कैमरे में कैद करने वाला हर व्यक्ति इसे जीवनभर नहीं भूलता।

🙏 आध्यात्मिक अनुभव (Spiritual Vibes of Kusum Sarovar Govardhan)

यह स्थान केवल आँखों से देखने योग्य नहीं, बल्कि आत्मा से महसूस करने योग्य है।
सरोवर के पास बैठकर जब “राधे-श्याम” का नाम जपा जाता है, तो मन स्वतः ही शांत हो जाता है।
बहुत से साधक कहते हैं कि यहाँ ध्यान लगाने से भक्ति का विशेष अनुभव प्राप्त होता है।

💬 निष्कर्ष – Kusum Sarovar Govardhan का सार

Kusum Sarovar Mathura वह पवित्र स्थल है जहाँ इतिहास, भक्ति और सौंदर्य एक साथ मिलते हैं।
यहाँ की हर ईंट, हर लहर और हर कमल का फूल राधा-कृष्ण की प्रेम कथा सुनाता है।

यदि आप Braj Bhoomi की यात्रा पर हैं – चाहे आप Vrindavan, Barsana या Govardhan जा रहे हों – तो Kusum Sarovar Govardhan को देखे बिना आपकी यात्रा अधूरी मानी जाएगी।
यह स्थान हर भक्त को याद दिलाता है कि सच्चा प्रेम और भक्ति कभी नष्ट नहीं होते – वे इसी सरोवर की तरह सदा निर्मल और अजर-अमर रहते हैं।

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