Jatipura Govardhan, गिरिराज गोवर्धन के पश्चिमी भाग में स्थित एक पवित्र स्थल है। यह वही स्थान है जहाँ भगवान श्रीनाथजी प्रकट हुए और जहाँ महान संत माधवेंद्र पुरी ने तपस्या की।
जतीपुरा का वातावरण भक्ति, शांति और प्रेम से ओतप्रोत है। यहाँ की गलियाँ, मंदिर, और Shringar Sthali हर भक्त को गिरिराज जी के दिव्य अनुभव से जोड़ती हैं।

जतीपुरा का इतिहास
प्राचीन काल में इसे Yatipura कहा जाता था, क्योंकि यहाँ Madhavendra Puri का निवास था। “यति” का अर्थ है तपस्वी, और व्रज उच्चारण के कारण “Yatipura” धीरे-धीरे Jatipura/जतीपुरा बन गया।
माधवेंद्र पुरी ने यहाँ गहन तपस्या और ध्यान किया। एक दिन उन्हें स्वप्न में भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन हुए और बताया कि Govardhan Parvat पर उनकी मूर्ति प्रकट होगी।
उन्होंने खुदाई की और वहाँ Lord Shrinathji का विग्रह प्राप्त हुआ। फिर उन्होंने पहला Abhishek और Annakut Festival संपन्न किया। यह परंपरा आज भी Govardhan Puja और Annakut Utsav के रूप में मनाई जाती है।
Shringar Sthali – दूध अर्पण की परंपरा
Shringar Sthali, जतीपुरा Govardhan का प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहाँ भक्तजन रोज़ाना Govardhan Shila पर दूध अर्पित करते हैं।
कहा जाता है कि यहाँ प्रतिदिन सैकड़ों लीटर दूध चढ़ाया जाता है। यह परंपरा दर्शाती है कि सच्ची भक्ति केवल श्रद्धा और सेवा से होती है।
🌸 “जो भक्त सच्चे मन से Shringar Sthali पर दूध चढ़ाता है, उसे भगवान श्रीकृष्ण की कृपा अवश्य प्राप्त होती है।”
यह स्थल भक्तों का मन, आत्मा और भक्ति को जोड़ता है।
Shrinathji Temple – भगवान श्रीकृष्ण का प्रकट स्थल
जतीपुरा में स्थित Shrinathji Mandir वह जगह है जहाँ भगवान ने माधवेंद्र पुरी को प्रथम दर्शन दिए थे। मंदिर अभी भी स्थित है और भक्त यहाँ जाकर गिरिराज जी की पूजा करते हैं।
भक्त मानते हैं कि यहाँ दर्शन मात्र से सप्त जन्मों के पाप मिट जाते हैं।
Jatipura Govardhan Parikrama
Govardhan Parikrama का आरंभ और समापन जतीपुरा से होता है। पूरी परिक्रमा लगभग 21 किलोमीटर लंबी होती है।
मुख्य स्थल:
- Mukharvind Temple (मुखारविंद मंदिर)
- Daan Ghati Mandir (दानघाटी मंदिर)
- Radha Kund और Shyam Kund
- Mansi Ganga Talab
- Punchari Ka Lota Temple
💬 “जो भक्त गिरिराज की एक परिक्रमा करता है, उसे वही फल मिलता है जो सभी तीर्थों की यात्रा करने से मिलता है।”
Govardhan Se Jatipura Ki Duri: लगभग 4 किलोमीटर
Mathura Se Jatipura Distance: लगभग 25 किलोमीटर
🏨 ठहरने की व्यवस्था – Hotels और Dharamshala
जतीपुरा में कई Hotels, Guest Houses और Dharamshalas हैं।
Popular options:
- Mukhari Dham Dharamshala
- Giriraj Bhavan Guest House
- Annakut Bhakti Niwas
- Bharat Travels Jatipura Govardhan – travel & local darshan
Nearby Govardhan Hotels और Mathura hotels भी अच्छा विकल्प हैं।
🕒 Jatipura Govardhan Timing और घूमने का सही समय
- Jatipura Govardhan Timing: 5:00 AM – 9:00 PM
- Best Time to Visit: अक्टूबर – मार्च
- विशेष अवसर: Govardhan Puja, Annakut Utsav, Kartik Purnima, Radha Ashtami, Gopashtami
🌺 जतीपुरा का धार्मिक महत्व
जतीपुरा सिर्फ एक गाँव नहीं, बल्कि एक जीवित तीर्थ है। यहाँ हर कदम पर भक्ति का अनुभव होता है।
🌼 “जो जतीपुरा आता है, वह केवल भगवान के दर्शन नहीं करता — वह उनकी अनुभूति करता है।”
FAQs – Jatipura Govardhan
Q1. Are Govardhan and Jatipura the same?
👉 हाँ, जतीपुरा Govardhan का ही एक भाग है।
Q2. How long is the Govardhan Parikrama?
👉 लगभग 21 किलोमीटर, पैदल 5-6 घंटे में।
Q3. Best time to visit Govardhan?
👉 अक्टूबर – मार्च, विशेष रूप से Annakut और Govardhan Puja के समय।
Q4. जतीपुरा में क्या देखा जा सकता है?
👉 Mukharvind Temple, Shringar Sthali, Shrinathji Mandir, Madhavendra Puri तपस्थली।
Q5. Jatipura Govardhan Pin Code?
👉 281502







