Shyam Kund Govardhan: गोवर्धन पर्वत के चरणों में स्थित Shyam Kund वह दिव्य स्थल है, जहाँ भगवान श्रीकृष्ण ने अपने जीवन की एक महान लीला का प्रदर्शन किया था। यह केवल एक जलकुंड नहीं, बल्कि भक्ति, प्रेम और पवित्रता का संगम है।
मथुरा-वृंदावन के समीप यह कुंड आज भी अपनी दिव्यता और शांति से हर भक्त को आकर्षित करता है।
Shyam Kund Ki Kahani – राक्षस अरिष्टासुर वध से लेकर कुंड प्रकट होने तक
पौराणिक मान्यता के अनुसार, द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण अपने सखा-गोपों के साथ गोवर्धन क्षेत्र में गौ-चरन किया करते थे। उसी समय एक शक्तिशाली असुर, अरिष्टासुर, ब्रज में आतंक फैलाने लगा।
उसने गाय के बछड़े (बैल) का रूप धारण कर वृंदावन में प्रवेश किया और ग्वाल-बालों व गायों पर हमला किया।
परन्तु भगवान श्रीकृष्ण ने उसकी माया को पहचान लिया और अपनी दिव्य शक्ति से उसका वध कर दिया।
यह देखकर सम्पूर्ण ब्रज हर्षित हुआ — किन्तु राधारानी और उनकी सखियाँ गंभीर थीं।

💠 राधा का तर्क और कृष्ण का उत्तर
राधाजी ने श्रीकृष्ण से कहा –
“तुमने बछड़े के रूप में आए राक्षस का वध किया है, यह गौ-वंश की हत्या के समान पाप है।”
इस पर भगवान मुस्कुराए और बोले –
“यदि ऐसा है, तो मैं स्वयं इस पाप से मुक्त होने के लिए एक पवित्र कुंड बनाऊँगा।”
श्रीकृष्ण ने अपनी एड़ी या बांसुरी से भूमि पर प्रहार किया और सभी पवित्र नदियों (गंगा, यमुना, सरस्वती, नर्मदा आदि) का आह्वान किया।
क्षणभर में जल फूट पड़ा और एक पवित्र सरोवर निर्मित हो गया — यही कहलाया “Shyam Kund”।
🌸 Radha Kund Ki Utpatti – राधा का प्रेमपूर्ण उत्तर
जब राधाजी ने यह देखा, तो उन्होंने भी अपनी सखियों के साथ उसी के समीप एक दूसरा कुंड बनाने का संकल्प लिया।
वे अपनी बांगियों और कंगनों से मिट्टी खोदने लगीं। यह देखकर सखियाँ बोलीं —
“हम अपना कुंड अलग बनाएँगी, श्याम कुंड का जल नहीं लेंगे।”
लेकिन जब कुंड तैयार हुआ, उसमें जल नहीं था। तब भगवान श्रीकृष्ण ने पुनः सभी नदियों से कहा —
“अब तुम राधाजी के कुंड में भी आओ।”
इस प्रकार, Radha Kund भी पवित्र जल से भर गया।
इन दोनों कुंडों के मध्य प्रेम और भक्ति का अद्वितीय संगम हुआ।
इसीलिए आज भी भक्त पहले Radha Kund और फिर Shyam Kund में स्नान करते हैं।
📖 Shyam Kund Govardhan का Purana Mein Varnan – शास्त्रों में उल्लेख
ब्रह्म पुराण और गर्ग संहिता (गिरिराज खंड) में वर्णित है कि:
“जो भी भक्त राधा कुंड और श्याम कुंड में श्रद्धा-पूर्वक स्नान करता है, उसे राधा-श्याम के प्रेम का आशीर्वाद मिलता है।
राधा अष्टमी के दिन यहाँ स्नान करने से दंपत्ति को पुत्र-रत्न की प्राप्ति होती है।”
📍 Shyam Kund Location & Distance
स्थान / City | दूरी (Approx.) |
---|---|
📍 Mathura Junction | 26 किमी |
🕉️ Vrindavan | 22 किमी |
🛕 Govardhan Hill | 2.5 किमी |
🌸 Barsana | 19 किमी |
🚗 Delhi | 160 किमी |
यह भी कहा गया है कि कार्तिक मास के पुष्य नक्षत्र में स्वयं भगवान श्रीकृष्ण, राधाजी और अष्ट सखियाँ रात्रि 12 बजे तक इन कुंडों में महारास करते हैं।
Shyam Kund Govardhan में Snan Mahatmya – स्नान का आध्यात्मिक फल
भक्त मानते हैं कि Shyam Kund Snan से मनुष्य को सारे पापों से मुक्ति मिलती है।
विशेष रूप से, Govardhan Puja, Ahoi Ashtami, और Kartik Purnima के दिन लाखों श्रद्धालु यहाँ आकर स्नान करते हैं।
🌕 कहा जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा की रात राधा-श्याम दोनों कुंडों में स्नान करने से जन्मों का संचित पाप नष्ट होता है और परम प्रेम प्राप्त होता है।
Shyam Kund Location & Distance
👉 यह कुंड गोवर्धन परिक्रमा मार्ग पर स्थित है और Radha Kund से मात्र 50 मीटर दूर है।
🌺 Shyam Kund Darshan During Govardhan Parikrama
Govardhan Parikrama (21 किमी) के दौरान Radha Kund और Shyam Kund सबसे प्रमुख पड़ाव माने जाते हैं।
भक्त यहाँ रुककर स्नान, दीपदान और परिक्रमा पूर्ण करते हैं।
💡 यह भी कहा जाता है कि —
“यदि कोई भक्त गोवर्धन परिक्रमा करते समय राधा-श्याम कुंड में दर्शन-स्नान नहीं करता, तो उसकी परिक्रमा अधूरी रहती है।”
🌼 यात्रा के लिए श्रेष्ठ समय
🌼 यात्रा के लिए श्रेष्ठ समय (Best Time to Visit)
माह / Season | विशेष अवसर | अनुभव |
---|---|---|
🪔 Oct–Nov (Kartik Month) | Kartik Snan & Govardhan Puja | सर्वश्रेष्ठ |
🌸 Feb–Mar (Holi) | Vrindavan Holi Mahotsav | रंगों में राधे-श्याम |
☀️ Early Morning (5–9 AM) | स्नान, परिक्रमा | शांति व ठंडक |
🌙 Evening (5–8 PM) | दीपदान, आरती | अद्भुत दृश्य |
🔱 स्थल के प्रमुख दर्शनीय स्थान
- 🕉️ Shyam Kund Ghat
- 🌸 Radha Kund Ghat
- 🛕 Madan Mohan Temple
- 🔔 Raghunath Das Goswami Samadhi
- 🕯️ Radha Govind Mandir
- 🧿 Radha Kund Market (Pooja Samagri & Parikrama Items)
🙏 आध्यात्मिक रहस्य – राधे राधे श्याम मिलादे
राधा-श्याम कुंड केवल तीर्थ नहीं, बल्कि अविनाशी प्रेम का साक्षात प्रतीक हैं।
जो व्यक्ति सच्चे मन से यहाँ स्नान करता है, वह अपने भीतर राधा-श्याम के प्रेम का अंश अनुभव करता है।
यहाँ की मिट्टी, यहाँ का जल, सब “राधे-श्याम” के नाम से स्पंदित हैं।
हर भक्त के मुख से एक ही वाक्य निकलता है —
“राधे राधे श्याम मिलादे” 💖
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❓ FAQs – Shyam Kund Govardhan
Q1. Shyam Kund kya hai aur ye kahan sthit hai?
👉 Shyam Kund Govardhan Parvat ke paas sthit ek pavitra jal kund hai, jise Bhagwan Shri Krishna ke snan sthali ke roop me mana jata hai.
Q2. Shyam Kund Govardhan ka itihas kya hai?
👉 Puranon ke anusar, Radha Kund aur Shyam Kund dono Lord Krishna aur Radha Rani ke divya prem ka pratik hain, jo Govardhan parvat ke samip sthit hain.
Q3. Shyam Kund aur Radha Kund me kya antar hai?
👉 Radha Kund Radharani ke prem ka pratik hai, jabki Shyam Kund Krishna ke prem aur bhakti ka pratik mana jata hai. Dono kund ek dusre ke samne sthit hain.
Q4. Shyam Kund me snan karne ka kya mahatva hai?
👉 Shyam Kund me Kartik Maas ke samay snan karna ati punyadayak mana jata hai. Yatra karne wale log ise moksha aur prem bhakti prapt karne ka sadhan mante hain.
Q5. Shyam Kund Govardhan kaunse shahar ke paas hai?
👉 Ye Mathura district me sthit hai, Vrindavan se lagbhag 22 km aur Mathura Junction se 26 km door.
Q6. Shyam Kund par kaunsa festival sabse bada mana jata hai?
👉 Kartik Maas me Govardhan Puja aur Radha Kund Snan sabse bade utsav hain, jisme hazaron bhakt snan aur deepdan karte hain.
Q7. Shyam Kund par parikrama karne ka samay kya hota hai?
👉 Subah 5 se 9 baje tak aur shaam 5 se 8 baje tak parikrama aur darshan ke liye sabse shubh samay mana jata hai.
Q8. Shyam Kund me photography allowed hai kya?
👉 Haan, lekin bhakti aur maryada ka dhyan rakha jaye. Kund ke andar photography avoid karna chahiye.
Q9. Shyam Kund Govardhan kaise pahuchein?
👉 Aap Mathura Junction se auto, taxi ya local bus ke madhyam se 45 minute me Shyam Kund tak pahunch sakte hain.
Q10. Shyam Kund visit karne ka best time kya hai?
👉 Kartik Maas (Oct–Nov) sabse uttam samay hai jab kund ke aas-paas deepdan aur bhakti ka maha utsav hota hai.