Kamika Ekadashi 2025 का व्रत 21 जुलाई 2025, सोमवार को रखा जाएगा। यह व्रत श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को आता है और विशेष रूप से विष्णु भक्तों और Vaishnav communities के बीच अत्यंत पूजनीय माना जाता है। Mathura Vrindavan Temples में इस दिन विशेष भक्ति भाव, कीर्तन, और तुलसी पूजन के साथ भगवान श्रीहरि विष्णु की आराधना की जाती है।

Kamika Ekadashi 2025 Date and Parana Time
📅 समय और तिथि – Kamika Ekadashi 2025
एकादशी तिथि प्रारंभ | 20 जुलाई 2025, रात 07:07 बजे |
एकादशी तिथि समाप्त | 21 जुलाई 2025, शाम 05:15 बजे |
पारणा (व्रत खोलने का समय) | 22 जुलाई 2025, सुबह 05:31 से 08:17 तक |
🔔 Ekadashi fasting rules के अनुसार पारणा द्वादशी को सूर्योदय के बाद ही करना चाहिए।
🔔 Disclaimer: उपरोक्त तिथियाँ और समय पंचांग गणना के आधार पर हैं, स्थान भेद के अनुसार थोड़े बहुत अंतर संभव हैं। सटीक जानकारी के लिए स्थानीय पंचांग या ब्रज के विद्वानों से परामर्श करें।
मथुरा-वृंदावन में कामिका एकादशी का महत्व – Kamika Ekadashi 2025
Vrindavan aur Mathura के मंदिरों में यह दिन अत्यंत शुभ माना जाता है। श्रद्धालु इस दिन:
- Yamuna River me snan करके तन-मन को पवित्र करते हैं
- Banke Bihari Mandir, Radha Raman Mandir, Dwarkadhish Mandir और ISKCON Vrindavan में विशेष आरती और भजन होते हैं
- Hari Naam Sankirtan और Tulsi Archana द्वारा भगवान विष्णु को प्रसन्न किया जाता है
यह व्रत Paap Mukti Ekadashi के रूप में भी प्रसिद्ध है क्योंकि यह व्यक्ति के समस्त पापों का नाश करने वाली मानी जाती है।
Kamika Ekadashi 2025 व्रत कथा (Kamika Ekadashi Vrat Katha in Hindi)
प्राचीन काल में एक ग्रामवासी ब्राह्मण ने अनजाने में गौहत्या जैसा पाप कर दिया था। पश्चाताप स्वरूप उसने महर्षियों की सलाह पर Kamika Ekadashi vrat किया। पूरी श्रद्धा से व्रत करने पर उसे भगवान विष्णु के दर्शन प्राप्त हुए और उसके सभी पाप क्षमा हो गए।
यह कथा यह दर्शाती है कि यदि श्रद्धा और नियमपूर्वक व्रत किया जाए तो सबसे भारी पाप भी नष्ट हो जाते हैं।
Kamika Ekadashi 2025 Vrat Vidhi (व्रत विधि)
Kamika Ekadashi vrat rules in Hindi इस प्रकार हैं:
- व्रत से एक दिन पूर्व सात्विक भोजन करें
- ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कर Yamuna snan करें (यदि संभव हो)
- भगवान विष्णु की प्रतिमा को पंचामृत और गंगाजल से स्नान कराएं
- उन्हें तुलसी पत्र, पीले फूल, फल और मिठाई अर्पित करें
- Vishnu Sahasranama, Bhagavad Gita का पाठ करें
- दिनभर उपवास रखें और रात्रि में Ekadashi jagran and kirtan करें
कामिका एकादशी और तुलसी पूजा
इस दिन Tulsi Puja on Kamika Ekadashi का विशेष महत्व है। माना जाता है कि तुलसी पत्र के बिना भगवान विष्णु की पूजा अधूरी रहती है। मथुरा-वृंदावन में इस दिन भक्त तुलसी को जल अर्पण कर उसकी 108 परिक्रमा करते हैं।
“तुलसी दल मात्रेण जलस्य चुलुकेंन वा।
विक्रिणीते स्वयं आत्मानं विष्णवे प्रियतामिति॥”
Kamika Ekadashi in Vrindavan Temples
Kamika Ekadashi celebrations in Vrindavan temples निम्नलिखित रूप से होती हैं:
- Banke Bihari ji को झूले पर विराजमान किया जाता है (श्रावण झूलन उत्सव की शुरुआत)
- ISKCON Vrindavan में Maha Abhishek, bhajan kirtan, और Tulsi Vivah sewa
- Yamuna ghats पर श्रद्धालु स्नान करते हैं और दीपदान करते हैं
- रात में जागरण, कीर्तन, और हरि नाम संकीर्तन से पूरा ब्रजमंडल गूंज उठता है
Kamika Ekadashi Vrat Ke Labh (Benefits)
- जन्म-जन्मांतर के पापों से मुक्ति
- मृत्यू के उपरांत विष्णुलोक की प्राप्ति
- परिवार में शांति और समृद्धि
- भूत-प्रेत बाधाओं से रक्षा
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FAQs on Kamika Ekadashi 2025
Q1. Kamika Ekadashi 2025 date kya hai?
➡️ यह एकादशी 21 जुलाई 2025, सोमवार को है।
Q2. Kamika Ekadashi ka Mahatva kya hai?
➡️ यह व्रत भगवान विष्णु को प्रसन्न कर मोक्ष और पाप मुक्ति प्रदान करता है।
Q3. Kamika Ekadashi fasting rules kya hain?
➡️ इस दिन अन्न, चावल, दाल, प्याज-लहसुन और तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए। उपवास रखकर भक्ति करनी चाहिए।
Q4. Vrindavan me Kamika Ekadashi kaise manayi jati hai?
➡️ मंदिरों में विशेष पूजा, कीर्तन, तुलसी अर्चन, और रात्रि जागरण होता है।
Important Links
ISKCON Vrindavan Website | iskconvrindavan.com |
Vrindavan Events Guide | vrindavanexperience.in |
निष्कर्ष (Conclusion)
कामिका एकादशी 2025 केवल एक व्रत नहीं है, बल्कि यह आध्यात्मिक जागरण का पर्व है। यदि आप मथुरा-वृंदावन में हैं, तो इस एकादशी पर Yamuna snan, Bhajan-Kirtan, और Tulsi seva अवश्य करें। भगवान श्रीहरि की भक्ति से ही जीवन सफल होता है।