Govardhan Parvat Yatra Guide 2025: Parikrama Route, Distance, Timing, and How to Reach

राधे राधे दोस्तों , आज हम बात करेंगे Govardhan Parvat Yatra Guide 2025 के बारे में तो चलिए बिना देर किये शुरू करते हैं। दोस्तों गोवर्धन पर्वत भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा जिले में स्थित है और यह हिन्दू धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है। इस स्थान से जुड़ी श्रीकृष्ण की गोवर्धन लीला, गोवर्धन परिक्रमा, और अन्नकूट उत्सव जैसे धार्मिक आयोजन हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं।

इस लेख में आप पाएंगे:

  • गोवर्धन पर्वत का धार्मिक महत्व
  • गोवर्धन परिक्रमा कैसे करें?
  • Govardhan Parvat visit tips in Hindi
  • Govardhan Parvat story from Bhagavad Puran
  • यात्रा गाइड, रुकने की जगह, और महत्वपूर्ण जानकारी
Govardhan Parvat Yatra Guide 2025

🕉️ Govardhan Parvat ka Dharmik Mahatva | श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की कथा

गोवर्धन पर्वत क्यों पवित्र है? इसका उत्तर श्रीकृष्ण की गोवर्धन लीला में छिपा है। भागवत पुराण के अनुसार, जब इंद्रदेव ने गोकुलवासियों पर भारी बारिश और तूफान बरसाया, तब भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठाकर सात दिन तक लोगों की रक्षा की

यह स्थान आज भी उस चमत्कारी शक्ति की याद दिलाता है। यही कारण है कि लोग यहां आकर Govardhan Parikrama karne ka mahatva समझते हैं और भक्ति भाव से परिक्रमा करते हैं।

📜 Shri Krishna Govardhan Leela ki Kahani | Govardhan Parvat story in Hindi

गोवर्धन पर्वत को “गिरिराज जी” कहा जाता है। एक मान्यता के अनुसार, यह पर्वत अरावली की पहाड़ियों से चलकर ब्रजभूमि में आ गया। श्रीकृष्ण ने गोकुलवासियों को इंद्रदेव की पूजा छोड़कर गोवर्धन पर्वत की पूजा करने के लिए प्रेरित किया

इसलिए Govardhan Puja after Diwali in Kartik month एक विशेष पर्व बन गया, जिसे हर साल बड़े उत्साह से मनाया जाता है।

🚶 Govardhan Parvat ki 21 Km Parikrama Kaise Karen? | Full Govardhan Parikrama Route in Hindi

गोवर्धन परिक्रमा मार्ग कुल 21 किलोमीटर लंबा है। यह पैदल चलकर पूरा किया जाता है और कुछ लोग “दंडवत परिक्रमा” भी करते हैं।

प्रमुख स्थान जो परिक्रमा में आते हैं:

  • दानघाटी मंदिर (Dan Ghati Mandir Govardhan)
  • मुखारविंद मंदिर (Mukhavind Mandir Significance)
  • मानसी गंगा (Mansi Ganga in Govardhan)
  • पुंछरी का लोटा
  • हरदेव बाबा मंदिर

Govardhan Parikrama karne ke niyam:

  • परिक्रमा हमेशा दायीं ओर से की जाती है।
  • जूते-चप्पल नहीं पहने जाते।
  • भक्ति संगीत और कीर्तन करते हुए यात्रा की जाती है।

📅 Kartik Purnima Par Govardhan Parikrama Kab Karen? | Best Time to Visit Govardhan Parvat in 2025

Govardhan Parvat Parikrama in Kartik month 2025 सबसे शुभ मानी जाती है। खासकर दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा और फिर कार्तिक पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालु यहां जुटते हैं।

यात्रा के अनुकूल मौसम:

  • अक्टूबर–नवंबर: कार्तिक महीना और गोवर्धन पूजा
  • दिसंबर–फरवरी: सर्दियों में ठंडा लेकिन साफ मौसम
  • मार्च–जून: गर्मी में यात्रा कठिन हो सकती है, लेकिन भीड़ कम होती है

🛕 Govardhan Parvat ke Mandir aur Teerth Sthal | Temples near Govardhan Hill Parikrama Route

गोवर्धन में कई प्राचीन मंदिर और तीर्थ स्थल हैं जो परिक्रमा मार्ग में आते हैं।

प्रमुख मंदिर:

  • Dan Ghati Mandir Govardhan history and darshan timings
  • Mukhavind Temple Govardhan significance
  • Manasi Ganga Kund par snan ka mahatva
  • Jatipura Temple near Govardhan Parvat

इन स्थानों पर दर्शन करने से विशेष पुण्य मिलता है और परिक्रमा का महत्व कई गुना बढ़ जाता है।

🧭 How to Reach Govardhan Parvat from Delhi, Mathura, and Agra?

Govardhan Parvat Delhi se kaise jayein? इस सवाल का जवाब नीचे दिए गए ट्रैवल गाइड में है:

शहरदूरीयातायात के साधन
मथुरा22 KMऑटो / टैक्सी / बस
आगरा65 KMबस / ट्रेन / टैक्सी
दिल्ली170 KMट्रेन / कार / वोल्वो बस

निकटतम रेलवे स्टेशन: मथुरा जंक्शन
निकटतम हवाई अड्डा: आगरा एयरपोर्ट, दिल्ली IGI एयरपोर्ट

🏨 Govardhan Me Rukne Ki Jagah | Budget Hotels and Dharamshala Near Govardhan Parvat

Dharamshala and Hotels near Govardhan Parvat:

  • Shri Krishna Dham Dharamshala online booking
  • ISKCON Guest House Govardhan
  • Budget hotels near Govardhan Parikrama start point
  • Brij Residency and other luxury options

यात्रा के समय पहले से बुकिंग कर लेना बेहतर होता है, खासकर Govardhan Parikrama in Kartik Purnima 2025 जैसे आयोजनों में।

🎉 Govardhan Puja 2025 and Annakoot Mahotsav | गोवर्धन पूजा और अन्नकूट उत्सव की जानकारी

दीपावली के अगले दिन मनाया जाने वाला Govardhan Puja festival in Hindi विशेष रूप से उत्तर भारत में महत्वपूर्ण है। इस दिन:

  • गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर पूजा की जाती है
  • 56 भोग अर्पित किए जाते हैं (Annakoot Bhog Prasad)
  • श्रद्धालु गिरिराज को अन्नकूट भोग अर्पित करते हैं

Govardhan Puja 2025 date: 24 अक्टूबर 2025 (अनुमानित)

🧳 Govardhan Yatra Tips for First-Time Visitors | पहली बार गोवर्धन जाने वालों के लिए टिप्स

  • परिक्रमा के लिए आरामदायक चप्पल या नंगे पैर चलने की तैयारी करें
  • पानी और सूखा नाश्ता साथ रखें
  • गोवर्धन मंदिरों में मोबाइल और कैमरा ले जाना वर्जित हो सकता है
  • ट्रैफिक और भीड़ से बचने के लिए सुबह जल्दी जाएं

📌 Important Links | महत्वपूर्ण लिंक

उत्तर प्रदेश पर्यटन विभागuptourism.gov.in
IRCTC ट्रेन बुकिंगirctc.co.in
होटल बुकिंगmakemytrip.com, goibibo.com
गूगल मैप लोकेशनGovardhan Parvat Map

🙏 निष्कर्ष | Govardhan Parvat is a Living Symbol of Bhakti

गोवर्धन पर्वत केवल एक तीर्थ स्थान नहीं है, यह भक्तों की श्रद्धा, आस्था और श्रीकृष्ण की दिव्यता का जीवंत प्रतीक है। अगर आप आध्यात्मिक अनुभव चाहते हैं तो Govardhan Parvat visit in 2025 आपकी यात्रा सूची में जरूर होनी चाहिए।

🧾 Govardhan Parvat Yatra 2025 – FAQs in Hindi

1. गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा कितनी दूरी की होती है?

गोवर्धन परिक्रमा लगभग 21 किलोमीटर लंबी होती है, जिसे भक्त पैदल या दंडवत करते हैं। छोटी परिक्रमा लगभग 9 किलोमीटर की होती है।


2. गोवर्धन परिक्रमा का सबसे अच्छा समय कौन-सा है?

कार्तिक मास (अक्टूबर-नवंबर) में परिक्रमा करना सबसे शुभ माना जाता है, खासकर गोवर्धन पूजा और पूर्णिमा के अवसर पर।


3. गोवर्धन पर्वत कैसे पहुँचें?

मथुरा रेलवे स्टेशन से गोवर्धन की दूरी 24 किलोमीटर है। आप ऑटो, टैक्सी या लोकल बस से आसानी से पहुँच सकते हैं।


4. दिल्ली से गोवर्धन कैसे जाएं?

दिल्ली से गोवर्धन की दूरी लगभग 140 किमी है। आप ट्रेन, टैक्सी या अपनी कार से 2 से 3 घंटे में पहुँच सकते हैं।


5. गोवर्धन परिक्रमा कितने समय में पूरी होती है?

पैदल चलने पर 5 से 7 घंटे में पूरी होती है। यदि आप दंडवत परिक्रमा कर रहे हैं, तो इसमें कई दिन लग सकते हैं।


6. गोवर्धन परिक्रमा की शुरुआत कहाँ से करें?

परिक्रमा आमतौर पर मानसी गंगा या दानघाटी मंदिर से शुरू की जाती है, जो धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण स्थल हैं।


7. गोवर्धन परिक्रमा के दौरान कौन-कौन से मंदिर आते हैं?

परिक्रमा मार्ग में प्रमुख स्थल हैं:

  • दानघाटी मंदिर
  • मुखारविंद
  • मानसी गंगा
  • राधाकुंड
  • पूछरी का लोटा
  • हरदेव बाबा मंदिर

8. गोवर्धन यात्रा के लिए क्या खर्च होता है?

यदि आप मथुरा से टैक्सी लेते हैं तो खर्च लगभग ₹400 से ₹600 हो सकता है। होटल में रुकने और भोजन सहित पूरा खर्च ₹1,000–₹1,500 में आ सकता है।


9. क्या रात में गोवर्धन परिक्रमा की जा सकती है?

हाँ, कई श्रद्धालु रात में भी परिक्रमा करते हैं, विशेषकर पूर्णिमा या कार्तिक मास में। लेकिन भीड़ और सुरक्षा का ध्यान रखना जरूरी है।


10. गोवर्धन यात्रा के लिए क्या-क्या साथ ले जाना चाहिए?

  • पानी की बोतल
  • आरामदायक जूते
  • मोबाइल चार्जर
  • हल्का भोजन
  • पूजा सामग्री (अगर आप दर्शन करना चाहें)

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